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Friday, April 22, 2011

34. तो ये BJ क्या करे


तेरी सूरत निगाहों में फिरती रहे,इश्क तेरा सताए तो दिल क्या करे ,
कोई इतना तो आ कर बता दे मुझे,जब तेरी याद आये तो ये BJ क्या करे .
मैंने खाक-ऐ - नशेमन को बोसे दिए,और कह कर ये दिल को समझा लिया,
आशियाँ बनाना मेरा काम था,कोई बिजली गिराएतो ये BJ क्या करे.
मैंने मांगी थी ये ऊपर वाले से दुआ, मै जिसे चाहता हूँ वो मुझ को मिले,
जो मेरा फ़र्ज़ था वो मैंने पूरा किया,अब खुदा ही ना चाहेतो ये BJ क्या करे.
ना लगे जाम पे हाथ ये शर्त है,जाए जो मयकदे को वो कमज़र्फ है,
मुझ को तोहमत ना दो,मै शराबी नहीं,वो नज़र से पिलायेतो ये BJ क्या करे.
इश्क,ईमान दोनों में तफरीक है,और दोनों पे मेरा ईमान है,
जो खुदा रूठ जाये तो सजदे करूँ,और सनम रूठ जाये तो ये BJ क्या करे ?

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