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Wednesday, March 23, 2011

2: ALZEBRA ( बीजगणित )


कहीं पर X कहीं पर Y
कलम चले न ,रुके रे भाय
a का वर्ग और b का घन 
पढने में लगा दो तन और मन
          कुछ ज्ञात करना है तो मानो X
          हल करने का नहीं कुछ टैक्स
         कहीं कुछ ज्यादा कहीं कुछ कम
         गणित बने जब मूड हो नरम
अज्ञात को a to z मान लेना 
बदले में कुछ कभी न लेना
          a,b,c,d.............x,y,z
         बीजगणित के चक्के हैं
         26 पहियों की ये गाड़ी 
         चले बिना न धक्के है

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